व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के जरिए आम पब्लिक का दिमाग धोया जारहा है ?

 

 

 

 

आईलाइना यूनिवर्सिटी क्या है मैं आपको विस्तार से समझाता हूं | सिलिकॉन के प्रयोग के बारे में सोचो क्योंकि एप्लाईक के माध्यम से एक नकली चीज़ डाली जा रही है, क्योंकि एप्लाईक के माध्यम से और लोगों के दिमाग को बहकाया जाता है, उनके दिमाग के अंदर एक गलत चीज़ डाली जाती है | यह चीज हम आम लोगों को नहीं पता है कि यह मैसेज सबसे पहले भेजा गया था हालाँकि अगर सरकार बेकार है तो यह चीज़-मशीन की तलाश की जा सकती है लेकिन सरकार की तरफ से ही यह चीज़-मशीन बन रही है |

 

 

 

कर्नाटक में एक अरुण वर्ण के नाम का एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को जिताने के लिए एक विशेष पूजा कर रहे थे |
मंदिर पर खून चढ़ाने के लिए लेकिन गलती से उन्होंने अपनी ही उंगली काट दी | ये आदमी मोदी के बड़े दीवाने हैं कि कुछ दिन पहले अपने घर पर मोदी के लिए एक मंदिर भी बनवाया था |

 

 

जब कनार्क के एक महिला से पूछा गया न्यूज़ रिपोर्टर ने कहा कि किसी ने भी खड़ा कर दे दिया मैं मोदी को ही वोट द इज़ाफ़ा एक कुत्ते को भी खड़ा कर दे मैं मोदी को ही वोट द एवेंज, वहीं एक और महिला ने कहा कि कड़क गैस की कीमत 5000 हो जाए पेट्रोल की कीमत ₹500 हो जाए जब भी मैं मोदी को ही वोट दूं | इस आदमी ने मोदी बूथ को नियंत्रित नहीं किया लेकिन वोट मोदी को ही द पैमाना बना दिया गया एक और आदमी से जब न्यूज़ रिपोर्टर ने पूछा कि क्या दुकानें कैसी लग रही हैं तो उन्होंने अपना कुर्ता दिखाया और दिखाया कि मैं 10 साल से बालियान नहीं पहन रही हूं, शोरूम लागे वह बालियान बजाती हुई वे 10 साल से बालियान की दुकानें ही छोड़ रही हैं | इसके बाद न्यूज़ रिपोर्टर ने एक और आदमी से पूछा कि पेट्रोल की कीमत कम होनी चाहिए या ज्यादा होनी चाहिए, उनका जवाब क्या होता है, एक बयान में कहा गया है कि वह साइकिल चलाकर ही छोड़ दे।

 

 

 

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