जैसे कि आप में शामिल हैं दिल्ली का बड़ा पाव गर्ल्स इन दोनों काफी चर्च में हैं | दिल्ली वडा पाव गर्ल्स फाइनल क्यों निकला और क्यों बचा | वहां के स्थानीय लोगों का ये कहना है | दिल्ली वडा पाव गर्ल्स की वजह से यहां पर भीड़ उमड़ती थी इस वजह से यहां पर शराब हो रही थी | वहां के स्थानीय लोगों ने भारी मात्रा में सामान खरीदा और कहा कि एक दुकान ले लो, लेकिन दिल्ली वड़ा पाव की लड़कियों को नहीं माना | वहां के स्थानीय लोगों के साथ वड़ा पाव लड़कियां भी लड़ती हैं यहां की मॉडल तक अपने पति के साथ | फिर भी वडा पाव गर्ल्स ने नहीं मानी | अंत में वहां के स्थानीय लोगों ने कंप्लेंट रजिस्टर्ड शेयरऑफिस में तब भी नहीं मनी वडा पाव गर्ल्स ने | हद तो तब हो गई जब वे वहां भंडारा दुकान का सामान लेकर आए, और पूरी तैयारी के साथ आए और भगवान की तस्वीरें लेकर वहां भंडारा दुकान के लिए आए थे | लेकिन वहां के स्थानीय लोगों ने बहुत ही अच्छे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया और मछली पकड़ने वाली पुलिस को तैनात कर दिया क्योंकि वहां पर काफी शांति हो गई थी वहां के स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुलाना अच्छा सा समझा दिया | पुलिस आई और उनके घर वालों को फोर्ट लेकर चली गई। |
दिल्ली वडा पाव गर्ल्स के पास कोई परमिशन नहीं था | सरकारी पक्ष से
और वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि तुम मिशन लेकर आओ तब पुराना ठेला लगा जाओ | और दिल्ली एमसीडी वाले परमिशन नीचे, लेकिन दिल्ली वाडा पाव गर्ल्स वहां ठेला चाहती है|